Thursday, June 28, 2007

कभी कभी



कई बार कहा मैने उनसे
वो है के सुनते नही ,
सुन लेते है बात वो ि दल की
जो हमने उनसे कही नही,


राज़ कई िद्ल मे थे मेरे
ह्मनेे उनसे कुछ कहा नही
आखो ने सब कह दी बात
कहने को कुछ रहा नही


सबने पूछा हाल ह्मारा
बात पर उनसे हुई नही
िमलते ही पूछ िलया मुझसे
जागे हो या सोये नही


बात सभी कर ली उनसे
चुप भी है पर खामोश नही
कुछ ना बोले हम, कुछ ना बोले वो
ऎसी भी कोई बात नही

1 comment:

Unknown said...

yaar it simply touched my soul. long after i found something related 2 my story. ne way thanx 4 makin my life social